एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया को वायुसेना का नया चीफ बनाया गया है. उन्होंने नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) से ट्रेनिंग ली और फिर बांग्लादेश के कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से डिफेंस स्टडीज में मास्टर डिग्री हासिल की. भदौरिया को परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), वायु सेवा मेडल (VM) और एडीसी से भी सम्मानित किया जा चुका है.

एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया को वायुसेना का नया चीफ बनाया गया है. वो एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ का स्थान लेंगे. धनोआ 30 सितंबर को चीफ ऑफ एयर स्टाफ के पद से रिटायर हो रहे हैं. फिलहाल एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया वाइस चीफ ऑफ द एयर स्टाफ हैं. वो राफेल फाइटर जेट को उड़ाने वाले वायुसेना के पहले पायलट हैं.
भदौरिया ने नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) से ट्रेनिंग ली है. उन्होंने बांग्लादेश के कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से डिफेंस स्टडीज में मास्टर डिग्री हासिल की है. भदौरिया को 15 जून 1980 में वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था. उनको प्रतिष्ठित स्वॉर्ड ऑफ ऑनर पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है.
उनका वायुसेना में अभी तक का कॅरियर शानदार रहा है. एयर मार्शल भदौरिया को 26 तरह के फाइटर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने में महारथ हासिल है. उनको 4250 घंटे तक फाइटर विमान और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव है.
एयर मार्शल भदौरिया को परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), वायु सेवा मेडल (VM) और एडीसी से भी सम्मानित किया जा चुका है. इससे पहले वो जगुआर स्क्वाड्रन कमांड, प्रीमियर एयर फोर्स स्टेशन, कमांडिंग अफसर ऑफ फाइट टेस्ट स्क्वाड्रन समेत कई जिम्मेदारियों को संभाल चुके हैं.
एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ट्रेनिंग कमांड के एयर अफसर कमांडिंग इन चीफ भी रह चुके हैं. भदौरिया की पत्नी का नाम आशा भदौरिया है. उनके एक बेटी और एक बेटा हैं. रक्षा मंत्रालय के मुख्य प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने अगले वायुसेना चीफ के रूप में भदौरिया के नाम पर मुहर लगा दी है.