दुनियाभर में हर साल 22 अप्रैल को ‘पृथ्वी दिवस’ यानी ‘अर्थ डे’ मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य पृथ्वी पर रहने वाले तमाम जीव-जंतुओं एवं पेड़-पौधों को बचाने और पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाना है। पृथ्वी दिवस यानि अर्थ डे के मौके पर पर्यावरण संरक्षण के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है, साथ ही लोग पर्यावरण को बेहतर बनाने का संकल्प भी लेते हैं। हर साल इस दिवस को मनाने के लिए एक विशेष थीम भी होता है। इस साल अर्थ डे की थीम ‘क्लाइमेट एक्शन’ (Climate Action) यानी बदलते पर्यावरण के लिए सख्त कदम उठाएं। अर्थ डे की 50 सालगिरह पर ये एक बड़ा कदम होगा और साथ ही पर्यावरण को आने वाली पीढ़ी के लिए रहने लायक बनाने का एक बड़ा मौक़ा भी है।
महत्व
पृथ्वी दिवस का महत्व इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि, इस दिन हमें ग्लोबल वार्मिंग के बारे में पर्यावरणविदों के माध्यम से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का पता चलता है। पृथ्वी दिवस जीवन संपदा को बचाने व पर्यावरण को ठीक रखने के बारे में जागरूक करता है। जनसंख्या वृद्धि ने प्राकृतिक संसाधनों पर अनावश्यक बोझ डाला है, संसाधनों के सही इस्तेमाल के लिए पृथ्वी दिवस जैसे कार्यक्रमों का महत्व बढ़ गया है।
साल 1970 में हुई थी इसकी शुरुआत
पृथ्वी दिवस की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने पर्यावरण की शिक्षा के रूप में की थी। सबसे पहले इस दिन को मनाने की शुरुआत सन् 1970 में हुई, जिसके बाद आज इस दिन को लगभग 195 से ज्यादा देश मनाते हैं। साल 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव के कारण भारी बर्बादी हुई थी, जिससे वह बहुत आहत हुए और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कुछ करने का फैसला किया। 22 जनवरी को समुद्र में तीन मिलियन गैलेन तेल रिसाव हुआ था, जिससे 10,000 सी-बर्ड, डाल्फिन, सील और सी-लायंस मारे गए थे। इसके बाद नेल्सन के आह्वाहन पर 22 अप्रैल 1970 को लगभग दो करोड़ अमेरिकी लोगों ने पृथ्वी दिवस के पहले आयोजन में भाग लिया था।
‘अर्थ डे’ शब्द किसने दिया था
‘पृथ्वी दिवस’ या ‘अर्थ डे’ शब्द को लोगों के बीच सबसे पहले लाने वाले जुलियन कोनिग (Julian Koenig) थे। सन् 1969 में उन्होंने सबसे पहले इस शब्द से लोगों को अवगत करवाया। पर्यावरण संरक्षण से जुड़े इस आन्दोलन को मनाने के लिए उन्होंने अपने जन्मदिन की तारीख 22 अप्रैल को चुना। उनका मानना था कि ‘अर्थ डे’ के साथ ‘बर्थ डे’ ताल मिलाता है।
पृथ्वी दिवस क्यों मनाया जाता है
इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पृथ्वी और पर्यावरण के संरक्षण हेतु जागरूक करना है। आधुनिक काल में जिस तरह से मृदा अपरदन हो रहा है, ग्लेशियर पिघल रहे हैं, ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रहा है और प्रदूषण फ़ैल रहा है, इनसे पृथ्वी का ह्वास हो रहा है। ऐसी स्थति में पृथ्वी की गुणवत्ता, उर्वरकता और महत्ता को बनाए रखने के लिए हमें पर्यावरण और पृथ्वी को सुरक्षित रखने की जरूरत है। इन महत्वकांक्षी उद्देश्यों को पूरा करने हेतु हर साल 22 अप्रैल पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।