नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस बल के टकराव के बाद तमाम फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहे हैं. उनमें से एक फोटो की सबसे ज्यादा चर्चा है. इस फोटो और वीडियो के जरिए दावा ये किया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी के छात्र, दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर प्रदर्शनकारियों को पीट रहे हैं.
इस दावे को हवा इसलिए मिल रही है, क्योंकि फोटो में जींस और टी-शर्ट के साथ पुलिस की सुरक्षा कवच और हेलमेट पहना हुआ एक आदमी पुलिसकर्मियों के साथ खड़ा दिख रहा है. इसी के साथ वायरल हो रहे वीडियो में एक आदमी लोगों के साथ गाली-गलौज और मार-पीट करता दिख रहा है. गाली-गलौज होने के कारण हम वीडियो यहां पोस्ट नहीं कर रहे हैं.
कहा ये जा रहा है कि ये आदमी, दरअसल पुलिस का नहीं बल्कि आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी का कार्यकर्ता भरत शर्मा है जो पुलिस के साथ मिलकर प्रदर्शकारियों को पीट रहा है, क्योंकि पुलिस कभी जींस- टीशर्ट में ड्यूटी नहीं करती. सोशल मीडिया पर जो पोस्ट शेयर हो रहे हैं उनमें भरत शर्मा नाम के एक एबीवीपी छात्र नेता की फेसबुक प्रोफाइल का स्क्रीनशॉट भी मौजूद है. इन्हीं तस्वीरों, वीडियो और फेसबुक के स्क्रीनशॉट को मिलाकर इसी से मिलते-जुलते कई दावे खूब चर्चा में हैं.
The man in Red Tshirt who was seen hitting the girls with stick during Jamia protest is a ABVP Member Bharat Sharma,
He should b prosecuted! &
how cops took his help@BhavikaKapoor5 @sanjaynirupam @drkafeelkhan @RiaRevealed @ArvindKejriwal
कौन है भरत शर्मा?
फेसबुक के एक स्क्रीनशॉट के जरिए दावा किया जा रहा है कि ये आदमी एबीवीपी का छात्रनेता भरत शर्मा है. इसलिए हमने सबसे पहले स्क्रीनशॉट में दिख रही जानकारी के आधार पर भरत शर्मा का फेसबुक प्रोफाइल खोजने की कोशिश की. पता चला कि ये फेसबुक प्रोफाइल अब मौजूद नहीं है. लेकिन फेसबुक स्क्रीनशॉट में दी गई जानकारी के आधार पर जब हमने एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं से संपर्क किया तो हमें भरत शर्मा का फोन नंबर मिल गया.
भरत ने हमें बताया कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ लॉ कॉलेज के छात्र हैं और एबीवीपी से भी जुडें हैं. भरत ने माना कि इस वीडियो में एक आदमी को लात मारते और गुस्से में गाली वही दे रहे हैं. लेकिन उनका कहना ये है कि ये वीडियो काट कर दिखाया जा रहा है और ये पूरी सच्चाई बयान नहीं करता.
भरत के मुताबिक, 16 दिसंबर को दोपहर 12 बजे के करीब दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ सोशल साइंसेस के पास बाहर से आए कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों को कॉलेज में जाने से रोक रहे थे. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो प्रदर्शनकारियों के साथ उनकी झड़प हो गई. ये उसी समय का वीडियो है, लेकिन इसमें सिर्फ उन्हें मारपीट करता दिखाया गया है और इससे पहले प्रदर्शनकारियों की गाली-गलौज को काट कर हटा दिया गया है.
हमने उनसे पूरी सच्चाई दिखाने वाला वीडियो मांगा, लेकिन रिपोर्ट लिखे जाने तक वो हमें पूरा वीडियो मुहैया नहीं करा सके, लेकिन भरत शर्मा ने इस बात से साफ इनकार किया कि फोटो में लाल टी-शर्ट और पुलिस की सुरक्षा कवच और हेलमेट पहने जो व्यक्ति दिख रहा है वो भी वही हैं. उन्होंने कहा कि ना तो वो इस फोटो में हैं और ना ही उन्हें इसके बारे में कुछ पता है. उन्होंने अपनी बात साबित करने के लिए अपनी एक फोटो भी भेजी, ये कहते हुए कि पुलिस की जैकेट पहने व्यक्ति से उनकी शक्ल नहीं मिलती.
भरत शर्मा का फेसबुक पेज क्यों हुआ गायब?
लेकिन भरत शर्मा का फेसबुक पेज बंद कैसे हो गया? इस बारे में भरत ने हमें बताया कि उनकी खबर जब वायरल होने लगी तो फेसबुक पर लोग उन्हें धमकियां और भद्दी गालियां देने लगें. हद तो तब हो गई जब लोग उनकी फेसबुक प्रोफाइल से उनके परिवार के लोगों के फोटो निकाल कर भी उसे धमकी और भद्दे मैसेज के साथ शेयर करने लगे. इसलिए उन्होंने सोमवार की रात को अपना फेजबुक प्रोफाइल डिएक्टिवेट कर दिया.
जींस -टी शर्ट के साथ पुलिस की रक्षा जैकेट वाला कौन है?
इस फोटो को देखने से साफ है कि ये व्यक्ति बाकी पुलिसकर्मियों के साथ आराम से खड़ा है. जींस और टीशर्ट के साथ पुलिस की लाठी लिए और हैलमेट, सुरक्षा जैकेट में वो अकेला नहीं है, बल्कि उसके साथ तमाम और लोग ऐसे ही ड्रेस में खड़े हैं.
जब हमने पुलिस अधिकारियों से बिना वर्दी में ड्यूटी करने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस के कुछ विभाग में लोग नहीं पहचाने जाने के लिए सादे कपड़ों में ही ड्यूटी करते हैं. ऐसा ही एक विभाग है एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड (एएटीएस) जामिया के प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए इन्हें भी मौके पर तैनात किया गया था.
इसी जानकारी के आधार पर जब हमने दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा से बात की तो उन्होेंने इस बात की पुष्टि कर दी कि तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति असल में एएटीएस का पुलिसकर्मी ही है. रंधावा ने बताया कि उसकी फोटो झूठे दावे के साथ वायरल होने के बाद उन्होंने उसके बारे में और जानकारी जुटाई और पता चला कि उस पुलिस कर्मी का नाम अरविंद है और वो दक्षिणी दिल्ली में तैनात है. रंधावा के मुताबिक, ये तस्वीर रविवार को दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में तब की है, जब वहां प्रदर्शन हो रहा था.
